रेखीये संवेग
इस लेख में हम जानेंगे कि रेखीय संवेग क्या है व यह किन – किन भौतिक राशियों पर निर्भर करता है। हम दैनिक जीवन मैं अपने अनुभव से यह जानते हैं की किसी वस्तु का जितना ज्यादा द्रव्यमान होता है, उस में गति की मात्रा भी उतनी ही अधिक होती है। इसी प्रकार किसी वस्तु का वेग जितना अधिक होता है, उस की गति का प्रभाव भी उतना ही अधिक होता है। आसान शब्दों में किसी वस्तु की गति का प्रभाव अथवा गति की मात्रा रेखीये संवेग से मापी जाता है।
रेखीये संवेग को, गति कर रही वस्तु के द्रव्यमान व वेग के गुणनफल से परिभाषित किया जाता है।
रेखिये संवेग p = mv
यह सदिश राशि है जिसकी दिशा वेग की दिशा में होती है। रेखिये संवेग वस्तु की गति की मात्रा (impact of motion) का माप है।
रेखिये संवेग के मात्रक:- SI पद्धति में – Kg-m/s
विमा – [M1L1T-1]
यदि दो भिन्न- भिन्न द्रव्यमान की वस्तुएं नियत वेग से गतिशील हो, तो संवेग का मान द्रवमान के समानुपाती होगा अर्थात p ∝ m
जिससे m↑ तब p↑ तथा m↓ तब p↓
इसी प्रकार यदि दो भिन्न-भिन्न द्रव्यमान की वस्तुओं का रेखीय संवेग नियत हो तो गतिशील वस्तुओं का वेग उनके द्रव्यमान के व्युत्क्रमानुपाती होता है अर्थात
v ∝ 1/m
जिससे m↑ तब v↓ तथा m↓ तब v↑
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I am student of your (class 11th hindi medium)
But some days I have been not going school for illness
So please send me notes on 9772810292