विभिन्न प्रत्यावर्ती परिपथों का तुलनात्मक अध्ययन
विभिन्न प्रत्यावर्ती परिपथों का तुलनात्मक अध्ययन :- इस लेख में हम भिन्न – भिन्न विभिन्न प्रत्यावर्ती परिपथों का भिन्न – भिन्न संयोजनों में तुलनात्मक अध्ययन करेंगे :-
(a) R-L , R-C व L-C परिपथों का श्रेणीक्रम में तुलनात्मक अध्ययन
(b) श्रेणीक्रम R-L-C व समान्तर क्रम R-L-C परिपथों का तुलनात्मक अध्ययन
उपरोक्त सारणी में पंक्ति (5) में,
उदाहरण 1.
दिये गये परिपथ की प्रतिबाधा ज्ञात कीजिये।
हल :
उदाहरण 2.
दिये गये परिपथ की प्रतिबाधा ज्ञात कीजिये।
हल :
उदाहरण 3.
दिये गये परिपथ में AC अमीटर का पाठयांक व प्रतिरोध तथा संधारित्र पर विभवान्तर का मान ज्ञात कीजिये।
हल :
क्यूंकि अमीटर धारा का RMS मान मापता है, अतः AC अमीटर का पाठयांक,
प्रतिरोध तथा संधारित्र पर विभवान्तर,
उदाहरण 4.
RLC परिपथ में R = 300 Ω , C = 20μF , L = 1.0 H , प्रत्यावर्ती स्रोत्र Erms = 50 V और आवृत्ति (ν) = (50/π) Hz , श्रेणीक्रम में संयोजित हैं। परिपथ में RMS धारा का मान ज्ञात कीजिये ?
हल :
उदाहरण 5.
यदि XL = 50 Ω तथा XC = 40 Ω है तो दिये गये में परिपथ में धारा का प्रभावी मान ज्ञात कीजिये।
हल :
अतः धारा का प्रभावी मान (RMS मान),
नोट :-
यहाँ XL > XC , अतः धारा विभवांतर से 90º कला कोण पीछे रहेगी।
उदाहरण 6.
दिये गये परिपथ में प्रेरक के सिरों पर विभवान्तर ज्ञात कीजिये।
हल :
उदाहरण 7.
दिये गये परिपथों की प्रतिबाधा ज्ञात कीजिये :
हल :
(i) यह समान्तर क्रम परिपथ है अतः पहले प्रवेश्यता (Y) का मान ज्ञात करते हैं :
(ii)
(iii) दिया है :
अतः
उदाहरण 8.
जब 220 V की प्रत्यावर्ती वोल्टता युक्ति X के सिरों पर आरोपित करते हैं तो परिपथ में 0.5 A की धारा प्रवाहित होती है तथा आरोपित वोल्टता की कला में होती है। जब यही वोल्टता दूसरी युक्ति Y के सिरों पर आरोपित करते हैं तो परिपथ में पुनः समान धारा प्रवाहित होती है लेकिन यह आरोपित वोल्टेज से π/2 रेडियन अग्रगामी होती है।
(a) X तथा Y युक्ति का नाम लिखिए।
(b) अब यदि यही वोल्टेज X तथा Y के श्रेणी क्रम संयोजन पर आरोपित करें तब परिपथ में प्रवाहित धारा की गणना कीजिए।
हल :
(a) X प्रतिरोध है तथा Y संधारित्र है।
(b) प्रारम्भ में दोनों युक्तियों में धारा का मान समान है, अतः
R व C को श्रेणीक्रम में संयोजित करने पर परिपथ की प्रतिबाधा (Z),
अतः परिपथ में प्रवाहित धारा,