परावैद्युत पदार्थ क्या है
(Dielectric Materials)
परावैद्युत पदार्थ क्या है :- ऐसे कुचालक जिन्हें बाह्य वैद्युत क्षेत्र में रखने पर, उनमें आवेशों का सूक्ष्म स्थानीय विस्थापन होता है, परावैद्युत पदार्थ कहलाते है। परावैद्युत, वैद्युत क्षेत्र के एक निश्चित अधिकतम मान तक कुचालक होते है किन्तु यदि वैद्युत क्षेत्र का मान उस निश्चित मान से अधिक होता है तो ये अपनी रोधन क्षमता खोने लगते हैं तथा चालन करने लगते हैं।
परावैद्युत सामर्थ्य Dielectric Strength (परावैद्युत पदार्थ क्या है)
विद्युत क्षेत्र का वह अधिकतम मान जो कि एक परावैद्युत बिना भंजित (ब्रेकडाउन) हुए सहन कर सकता है तथा अपना कुचालक गुण बनाये रखता है, परावैद्युत सामर्थ्य कहलाता है। इसके मात्रक :- वोल्ट/मीटर तथा विमाए :- [MLT-3A-1] हैं।
परावैद्युत पदार्थ के प्रकार (Types of dielectric materials)
परावैद्युत पदार्थ दो प्रकार के होते हैं :- (i) ध्रुवीय परावैद्युत तथा (ii) अध्रुविय परावैद्युत
(i) ध्रुवीय परावैद्युत (Polar Dielectric)
बाह्य वैद्युत क्षेत्र की अनुपस्थिति में इन परावैद्युतों में अणुओं की असममित आकृति के कारण धनात्मक तथा ऋणात्मक आवेशों के केन्द्र सम्पाति नहीं होते है। इनमें प्रत्येक अणु का स्वयं का एक स्थाई द्विध्रुव आघूर्ण होता है। क्यूंकि ये द्विध्रुव यादृच्छिक विन्यासित होते है इसलिए बाह्य वैद्युत क्षेत्र की अनुपस्थिति में प्रति ईकाई आयतन में औसत द्विध्रुव आघूर्ण शून्य होता है ।
बाह्य वैद्युत क्षेत्र की उपस्थिति में ये द्विध्रुव, वैद्युत क्षेत्र की दिशा में संरेखित होने का प्रयास करते हैं।
उदाहरण: जल, एल्कोहॉल, CO2, HCl, NH3
(ii) अध्रुवीय परावैद्युत (Non-Polar Dielectric)
बाह्य वैद्युत क्षेत्र की अनुपस्थिति में इनके अणुओं या परमाणुओं की सममित आकृति के कारण आवेशों के धनात्मक तथा ऋणात्मक केन्द्र सम्पाती होते है।
बाह्य वैद्युत क्षेत्र की अनुपस्थिति में इनका द्विध्रुव आघूर्ण शून्य होता है।
बाह्य वैद्युत क्षेत्र की उपस्थिति में ये प्रेरित द्विध्रुव आघूर्ण प्राप्त करते है। उदाहरण: नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, बैन्जीन, मेथेन।
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