चुम्बकन तीव्रता
चुम्बकन तीव्रता (Intensity of magnetization I) :- जब किसी पदार्थ को किसी बाह्य चुम्बकीय क्षेत्र में रखा जाता है तब पदार्थ के परमाण्वीय द्विध्रुवों का आंशिक अथवा पूर्णतया संरेखन हो जाता है। ऐसा होने पर पदार्थ के प्रत्येक शुक्ष्म आयतन में एक नेट चुम्बकीय आघूर्ण उत्पन्न हो जाता है, अतः
किसी पदार्थ के प्रति इकाई आयतन में उत्पन्न कुल चुम्बकीय आघूर्ण के मान को उस पदार्थ की चुम्बकन तीव्रता कहते हैं।
यदि
M = पदार्थ में उत्पन्न चुम्बकीय आघूर्ण
V = पदार्थ का आयतन
तब चुम्बकन तीव्रता :-
…..(1)
यदि
A = पदार्थ का अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल
l = पदार्थ की प्रभावी चुम्बकीय लम्बाई
m = ध्रुव प्रबलता/सामर्थ्य/शक्ति
तब समीकरण (1) को इस प्रकार लिखा जा सकता है :-
…..(2)
अतः
किसी पदार्थ के प्रति इकाई क्षेत्रफल में उत्पन्न कुल ध्रुव प्रबलता के मान को उस पदार्थ की चुम्बकन तीव्रता कहते हैं।
चुम्बकन तीव्रता एक सदिश राशि है जिसकी दिशा पदार्थ में उत्पन्न दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की और होती है।
चुम्बकन तीव्रता का मान पदार्थ की प्रकृति एवं उसके तापमान पर निर्भर करता है।
चुम्बकन तीव्रता के मात्रक
अथवा
अतः चुम्बकन तीव्रता के मात्रक हैं।
उदाहरण 1.
75 ग्राम द्रव्यमान की एक छड चुंबक का चुंबकीय आघूर्ण 9 × 10−7 A-m2 है। यदि चुम्बक के पदार्थ का घनत्व है 7.5 × 103 है तो चुम्बकन तीव्रता होगी :-
(A) 90 Am-1
(B) 0.09 Am-1
(C) 9 Am-1
(D) 0.9 Am-1
हल :-
चुम्बकन तीव्रता,