चुंबकीय पारगम्यता | चुंबकीय पारगम्यता क्या है
चुंबकीय पारगम्यता (μ) | चुंबकीय पारगम्यता क्या है :- किसी माध्यम का वह गुण जिससे वह चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओं को अपने अंदर से पारित होने देता है उसे उस माध्यम की चुंबकीय पारगम्यता कहते हैं।
चुंबकीय पारगम्यता के प्रकार
चुंबकीय पारगम्यता को 2 भागों में बांटा जा सकता है :-
- निरपेक्ष चुंबकीय पारगम्यता (Absolute Magnetic Permeability) μ
- सापेक्षिक चुंबकीय पारगम्यता (Relative Magnetic Permeability) μr
(1) निरपेक्ष चुंबकीय पारगम्यता (μ)
किसी माध्यम में चुम्बकीय प्रेरण (B) तथा चुम्बकन क्षेत्र (H) के अनुपात को निरपेक्ष चुंबकीय पारगम्यता (μ) कहते हैं।
…..(1)
μ का मान सदैव धनात्मक होता है तथा पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करता है।
निरपेक्ष चुंबकीय पारगम्यता के मात्रक
अथवा
क्यूंकि , अतः
इस प्रकार निरपेक्ष चुंबकीय पारगम्यता के मात्रक अथवा अथवा हैं।
निर्वात की चुंबकीय पारगम्यता/चुम्बकशीलता का मान,
(2) सापेक्षिक चुंबकीय पारगम्यता (μr)
किसी माध्यम की सापेक्षिक चुंबकीय पारगम्यता को उस माध्यम के प्रति इकाई क्षेत्रफल में चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की संख्या (flux density B) और उसी माध्यम को निर्वात द्वारा प्रतिस्थापित करने पर प्रति इकाई क्षेत्रफल में चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की संख्या (B0) के अनुपात के रूप में परिभाषित किया जाता है।
अथवा वह सीमा जिस हद तक चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ किसी माध्यम को भेद सकतीं हैं उसे उस माध्यम की सापेक्षिक चुंबकीय पारगम्यता कहते हैं।
अथवा किसी माध्यम की सापेक्षिक चुंबकीय पारगम्यता को उस माध्यम की चुंबकीय पारगम्यता (μ) व निर्वात की चुंबकीय पारगम्यता (μ0) के अनुपात के रूप में परिभाषित किया जाता है।
अतः
अथवा
μr एक धनात्मक, मात्रकहीन और विमाहीन राशि है व निर्वात के लिए μr = 1