चुंबकत्व में गाउस का नियम | Gauss’s Law in Magnetism in Hindi
चुंबकत्व में गाउस का नियम | Gauss’s Law in Magnetism in Hindi :- आलेख चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ में दिए चित्र में वैद्युत-द्विध्रुव व चुम्बकीय-द्विध्रुव की क्षेत्र रेखाओं पर ध्यान दें :-
उपरोक्त चित्र (C) में बंद गाउसीय प्रष्ठ L2 में जितनी विद्युत्-क्षेत्र रेखाएं प्रवेश करती हैं, उतनी ही इससे निर्गत भी होतीं हैं। ऐसा इसलिए है क्यूंकि इस सतह द्वारा परिवेष्ठित कुल आवेश का परिमाण शून्य है। किन्तु इसी चित्र (c) में बंद गाउसीय प्रष्ठ L1 जो धनावेश को परिबद्ध करता है, के लिए परिणामी निर्गत विद्युत् फ्लक्स अशून्य है। ऐसा इसलिए है क्यूंकि वैद्युत क्षेत्र रेखाएँ सतत लूप नहीं बनाती।
अब यदि हम उपरोक्त चित्र (A) या (B) का निरीक्षण करें तो पाएंगे कि यह स्थिति चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के लिए पूर्णतः भिन्न है, जो सतत हैं और बंद लूप बनाती हैं। चित्र (A) या (B) में बंद सतहों L1 और L2 से निर्गत चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओं की संख्या इन सतहों के अंदर प्रवेश करने वाली क्षेत्र रेखाओं की संख्या के बराबर है। दोनों ही सतहों के लिए कुल चुंबकीय फ्लक्स शून्य है और यह बात चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं में किसी भी बंद सतह के लिए सत्य है।
उपरोक्त चित्र में क्षेत्रफल अल्पांश ds से पारित चुंबकीय फ्लक्स :-
हम यदि दिए गए प्रष्ठ को इसी प्रकार के कई छोटे-छोटे अवयवों ds में बाँट लेते हैं और उनमें से प्रत्येक से गुजरने वाले फलक्सों के मान अलग-अलग निकालकर उनका समाकलन करें, तब हमें कुल चुंबकीय फ्लक्स शून्य प्राप्त होगा :-
अतः चुंबकत्व में गाउस के नियमानुसार किसी बंद पृष्ठ से संबद्ध कुल चुंबकीय फ्लक्स का मान सदैव शुन्य होता है ।
यह स्थिरवैद्युतिकी में गाउस के नियम से विपरीत है जहाँ एक बंद सतह से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स निम्न सूत्र से दिया जाता है :-
जहाँ q बंद सतह द्वारा परिबद्ध आवेश है।
चुंबकत्व एवं स्थिरवैद्युतिकी के गाउस नियमों के मध्य का अंतर इस तथ्य की अभिव्यक्ति करता है कि चुम्बकत्व में एकल चुंबकीय ध्रुवों (एकध्रुव) का अस्तित्व नहीं होता ।
विद्युत क्षेत्र रेखाओं का उद्गम व अभिगम तो होता है किन्तु चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओं का कोई उद्गम या अभिगम नहीं होता है।