आवेशित छड़ के कारण विद्युत विभव
आवेशित छड़ के कारण विद्युत विभव :- माना L लंबाई की एक पतली छड़ है जिस पर कुल आवेश Q एक समान रूप से वितरित है। छड़ का रैखिक आवेश घनत्व λ निम्न द्वारा दिया जाता है :
छड़ के कारण हम 2 स्थानों पर विद्युत विभव V ज्ञात करेंगे :-
- अक्षीय रेखा पर एक बिंदु पर विद्युत विद्युत विभव
- निरक्षीय रेखा पर एक बिंदु पर विद्युत विद्युत विभव
1. अक्षीय रेखा पर एक बिंदु पर विद्युत विभव
(आवेशित छड़ के कारण विद्युत विभव)
मान लीजिए कि छड़ x-अक्ष के अनुदिश स्थित है, जिसका एक सिरा मूल बिंदु पर तथा दूसरा x = L पर है। हम छड़ के अक्ष के अनुदिश छड़ के एक सिरे से d दूरी पर स्थित बिंदु P पर विद्युत विभव V ज्ञात करना चाहते हैं, जैसा कि नीचे चित्र में दिखाया गया है :
छड़ dq आवेश व dx लम्बाई के एक अल्पांश के कारण बिंदु P पर विद्युत विभव है :
जहाँ dq = λdx अल्पांश dx पर आवेश की मात्रा है।
कुल विद्युत विभव ज्ञात करने के लिए, छड़ की सम्पूर्ण लंबाई पर dV का समाकलन करना होगा :
…..(1)
2. निरक्षीय रेखा पर एक बिंदु पर विद्युत विभव
(आवेशित छड़ के कारण विद्युत विभव)
आइए अब हम छड़ के मध्यबिंदु (y-अक्ष पर) के ऊपर लंबवत दूरी r पर स्थित बिंदु P पर (निरक्षीय रेखा पर) विद्युत विभव का मान ज्ञात करें। मान लीजिए कि छड़ को मूल बिंदु पर केन्द्रित किया गया है और x-अक्ष के अनुदिश रखा गया है, जो −L/2 से +L/2 तक विस्तारित है।
अल्पांश dx के कारण बिंदु P पर विद्युत विभव :
जहाँ dq = λdx है।
कुल विद्युत विभव ज्ञात करने के लिए हमें dV का सम्पूर्ण छड़ के लिए सीमा x = – L/2 से x = + L/2 तक समाकलन करना होगा :-
…..(2)
समीकरण (2) में रखने पर हमें प्राप्त होता है :-
अब क्यूंकि , अतः
…..(3)
अब हम पुनः θ को x से प्रतिस्थापित करते हैं,
क्यूंकि
समीकरण (3) में secθ और tanθ के मानों का उपयोग करके, हम प्राप्त करते हैं,
…..(4)